Sunday, December 25, 2011

BIHARIGANJ::: Move towards education

सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे गंभीर प्रयासों का का नतीजा अब इस समाज में दिखने लगा है ! आसपास के दूर दराज के गावों से सायकिलों पर सवार होकर आती हुई लड़कियों के झुण्ड को देख कर यंहा के शैक्षिक वातावरण का अंदाजा सहज लग जाता है ! एक समय वो भी था जब पास के गावों जैसे गमैल , मधुकरचक, बीडी रणपाल , बिशनपुर , मोहनपुर ,पतनी आदि क्षेत्र की सामान्य लड़कियों को माध्यमिक शिक्षा भी नहीं मिल पाती थी !शायद उस समय लोगों के मन में शिक्षा के प्रति न तो जिज्ञासा थी और शयद न आज के तरह का वातावरण था !
२००७ में बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की बहाली में जब महिला उम्मीदवारों को जब ५० % आरक्षण का लाभ मिला और बड़े पैमाने पर महिलाओं का नियोजन किया गया , तब बिहारीगंज समाज  लोगों के मन में शिक्षा के प्रति उदार रवैया उजागर हुआ ! आज अगर बिहारीगंज बालिका उच्च विद्यालय की बात की जाय, यंहा छात्रों की इतनी संख्या है कि बैठने कि जगह कम पड़ जाती है! गमैल उच्च विद्यालय , जंहा आज से चार-पाँच साल पहले छात्र - छात्राएं नजर ही नहीं आती थी वहीँ आज ५०० से ऊपर छात्र छात्राएं  रोज विद्यालय आती है ! ठीक इसी तरह कि स्थिति आसपास के सभी विद्यालयों की है !
 आज इसके परिणाम हमारे समाज में स्पस्ट दिखाई देने लगें हैं !मेट्रिक की परीक्षा में प्रथम श्रेणी के विद्यार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है ! हर गावं के हर तबके , हर समाज के छात्र अपनी सफलता का परचम लहरा रहें हैं !
प्रतियोगिता परीक्षाओं की बात की जाय तो  बिहारीगंज के छत्र छत्राओं की  महत्ता उसमे भी स्पष्ट है ! दरोगा बहाली में जहाँ परितोष कुमार , ब्रजेश कुमार , नन्द किशोर नंदन  अपनी सफलताओं से अन्य छात्रों के प्रेरणा श्रोत बने हैं , वहीँ  नेवी में अम्बुज भूषण , इन्डियन एयर फोर्स में अमित कुमार भारती , रितेश कुमार गुप्ता , सी.पी ओ. में प्रेमशंकर कुमार ,  बैंकिग सेवा में  अमित गुप्ता और राजदीप कुमार ,दीपक कुमार सिंह  , चिकित्सा सेवा में डा. मिथिलेश कुमार , डा. संजीव कुमार  डा. नारायण कुमार , डा. सुनीता कुमारी ,डा.  दीपक  कुमार अदि ऐसे नए चेहरें हैं जिन्होंने बिहार्गंज समाज के लिए एक नी प्रेरणात्मक कहानी लिखी ! इन्फोर्मासन  टेक्नोलोजी  और मेनेजमेंट  फिल्ड में अखिलेश गुप्ता , गौतम कुमार ,रुपेश कुमार सिंह , रिंकू गुप्ता , अमित सर्राफ , विनय कुमार सिंह  आदि के नाम बड़े ही सम्मानजनक रूप से गिनाये जा सकते हैं !
इसके अलावे भी बहुत ऐसे नाम हैं जो हमारी जेहन से बहार हैं और जिनपर बिहारीगंज का समाज गर्व महशुश करता है ! हक़ में सम्पन्न हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा में  यह उम्मीद किया जा सकता है की बहुत सरे नए लड़के लड़कियां  सफल होकर इस समाज को शिक्षा का अलख दिखा कर इसे उन्नति पथ पर अग्रसर करे!










Tuesday, December 20, 2011

traditional transportation

बिहारीगंज  बनमनखी रेलखंड के बिच चलने वाली रेलगाड़ी "गजराज एक्सप्रेस " स्थानीय लोगों जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चूका है ! वर्ष २००८ में आने वाली भयानक बाढ़ यह ट्रेन एक जीवन रेखा के रूप में साबित हुई , जो न जाने कितने मासूमो की जिंदगी कोई रक्षा की ! इस रूट में पड़ने वाले स्थान जैसे राजघाट , रघुवान्सनगर, बारह्राकोठी ,सुख्सैना , ओउराही आदि जगहों के लोग अपने दैनिक जीवन में इस रेल को यथार्थ मानकर चलते हैं ! इस क्षेत्र  में सड़क संपर्क के न्यूनता के कारण इसकी महत्ता और भी बढ़ जाती है !

पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव के काल में बिहारीगंज को कुर्सेला (कटिहार ) से जोड़ने का प्रस्ताव भी पेश किया गया साथ ही साथ इस रूट में पड़ने वाले स्टेशन जैसे रोपौली , तिकापत्ती ,भवानीपुर  आदि जगहों का सर्वेक्षण कराकर रेलमंत्रालय द्वारा बोर्ड भी लगाया गया , किन्तु इश दिशा में अभी तक  कोई भी प्रगति नहीं हो पाई है  और यंहा  के लोग खुद को ठगा महशुश कर रहें  हैं !

shikshak patrata pariksha